क्रोध प्रबंधन
क्रोध से बुद्धि का नाश हो जाता है
अधिक क्रियाशक्ति + अधिक अज्ञान = अधिक क्रोध
आप को गुस्सा आता है, आप गुस्से से परेशान हैं तो अजमाइये कुछ नुस्खे.
1. नमक कम मात्रा में लें.
2. तेल घी का प्रयोग कम करें. गाय का घी, मक्खन,सूरजमुखी का तेल बहुत कम मात्रा में ज्यादा गुणकारी है.
3. भूखे न रहें.उपवास न करें. भूख लगने पर सादा भोजन अथवा फल खायें.
4. ताजे दही और छांछ का प्रयोग करें.
5. अपने शरीर का ध्यान रक्खें.
6. कई बार ठंडा पानी पियें.
7. सुबह जल्दी उठें.
8. प्रतिदिन रोज टहलने जाएँ.
9. कागजी नीबू .सेव ,केला अंगूर आदि रसदार फलों का सेवन करें. पर चीनी और नमक के सेवन से बचें.
10. दूध सुबह और रात में पियें.
11. अधिक गरम व ठंडे भोजन से बचें. बार बार गरम किया खाना न खायें.
12. भीड़ भाड़ वाले स्थानों में जाने से बचें.
13. रात्रि में ६-७ घंटे सोयें. इससे न अधिक सोयें न कम. दिन में न सोयें. आराम कर सकते है. रात में जागने और दिन में सोने की आदत छोड़े.
14. सीमा से अधिक शारीरिक अथवा मानसिक श्रम न करें.
15. सन्त महापुरुषों का जीवन चरित्र एवम भगवदगीता को प्रति दिन समझते हुए कम से कम १५-२० मिनट पढ़ें.
16. शास्त्रीय संगीत सुनें.
17. अपने अंदर सृजन(creativity) विकसित करें. अपने काम को एन्जॉय करें. स्वाभाविक जीवन से दूर न भागें.
18. ध्यान,प्राणायाम बहुत लाभप्रद है.
19. सदा चिन्तन करें जो परमात्मा मेरे अंदर है वह दूसरे के अंदर है ,शेष प्रकृति का खेल है. इससे कष्ट सहन करने की क्षमता बढ़ेगी, क्षमा भाव बढ़ेगा, मन में करुणा उत्पन्न होगी.
इन उपायों में आप को जो भी सुविधा जनक लगें को अपनाकर कम अथवा अधिक मात्रा में आप क्रोध को नियंत्रित कर सकते हैं और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं.